◆ प्रदेश में होंगे अब 26 सीटों पर उपचुनाव
◆ कांग्रेस को एक और बड़ा झटका
◆ नेपानगर से कॉंग्रेस की विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने दिया विधायकी से इस्तीफा
युवा काफिला,भोपाल-
राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच मध्यप्रदेश में कांग्रेस को एक और झटका लगा है। नेपानगर से कांग्रेस की विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। एक सप्ताह के अंदर राज्य में कांग्रेस के लिए यह दूसरा झटका है। चर्चा है कि सुमित्रा देवी भी भाजपा में शामिल हो सकती हैं।
इससे पहले बीते रविवार को बड़ा मलहरा सीट से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने लोधी को पार्टी में शामिल होने के छह घंटे के अंदर नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया था। उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है।
पहले मंत्रिमंडल विस्तार और फिर विभागों के बंटवारे के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस में असंतोष के स्वर उभर ही रहे हैं, वहीं अब कांग्रेस के विधायक ने कांग्रेस को एक और बड़ा झटका दिया है। नेपानगर से कॉंग्रेस की विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधायकी से इस्तीफा दिया हैं।उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश की राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं है। क्योंकि पार्टी की ओर से बार-बार दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस में सबकुछ कंट्रोल में है कोई डैमेट नहीं है। वहीं भाजपा में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेताओं को तवज्जो मिलने से अब पार्टी के पुराने नेताओं में नाराजगी बढ़ रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र के ही गृह जिले से यह बगावत उठती नजर आ रही है। अपनी ही पार्टी पर उपेक्षा और अपमान महसूस कर रहे भाजपा नेता ने इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर यह पेशकश की है।
दतिया जिले का ताजा मामला है। जिले की सेवड़ा विधानसभा से पूर्व विधायक रामदयाल प्रभाकर ने एक पत्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखा है। जिसमें उन्होंने पार्टी में उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाया है। प्रभाकर ने कहा है कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। प्रभाकर ने पार्टी में तानाशाही होने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि वे उपेक्षा और अपमान महसूस कर रहे हैं।
प्रभाकर की चिट्ठी के बाद राजनीति गलियारों में चर्चा का माहौल गरम हो गया है। थोड़ी ही दिनों बाद प्रदेश में अब 26 सीटों पर उपचुनाव होने के कारण भाजपा में भी हड़कंप मचा हुआ है।