गुना दलित कांड/ गुना में किसने किया गुनाह, जाने

◆ फसल पर जेसीबी चलते देख किसान दंपति ने खाया जहर, पुलिस ने की मानवता की सारी हदें पार


◆ 2 लाख का कर्ज लेकर की थीं बोवनी


◆ अतिक्रमण हटाने दल-बल के साथ पहुंचे थे अफसर


◆ नहीं सुनी किसान की दरख्वास्त, पुलिस ने चलाई लाठी और लाते



◆ किसान ने अफसरों को सुनाई थी पीड़ा- मैं कब्जेदार नहीं हूं, बंटाई से जमीन ली है, दो लाख का कर्ज है,
युवा काफ़िला,गुना- 
मेहनत से खड़ी की फसल पर अपनी आंखों के सामने जेसीबी चलता देख दलित दंपति ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की वही दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



मामला गुना जिले के कैंट थाने के जगनपुर चक का है। माता-पिता के जहर खाकर गिरने के बाद मासूम बच्चे बिलख-बिलख कर रो पड़े जिसे देखकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया जाना था वो मॉडल कॉलेज के लिए चयनित है। इस जमीन पर एक दलित परिवार किसानी करता है। प्रशासन से परिवार ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई कि फसल कट जाने तक कार्रवाई न करें लेकिन जब प्रशासनिक टीम नहीं मानी तो दलित पति-पत्नी ने घर की झोपड़ी में ही रखी कीटनाशक पी लिया।
नहीं सुनी गुहार तो पी लिया जहर-
सरकारी अतिक्रमण की हुई जमीन को दलित परिवार राजू और उसकी पत्नी सावित्री ने बटाई पर लिया है और खेत में झोपड़ी बनाकर अपने छोटे-छोटे 6 बच्चों के साथ रहते हैं। प्रशासन की टीम जैसे ही कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो पहले तो राजू और पत्नी सावित्री ने अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़े लेकिन जब अधिकारी नहीं माने और खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने लगे तो दोनों भागकर झोपड़ी में पहुंचे और वहां रखी कीटनाशक पी ली। कीटनाशक पीने के कारण पत्नी सावित्री मौके पर ही बेसुध होकर गिर गई। मां की हालत देख  मासूम बच्चे बिलख उठे और उसकी छाती से लिपट गए। मासूम बच्चों की चीख पुकार से हर किसी की रूह कांप गई। कुछ ही देर बाद पति राजू ने भी कीटनाशक पी लिया।