वर्ल्ड साईकिल डे/इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए चलाएं साईकिल

◆ 1817 में जर्मन ड्यूक शासक की सेवा में लगे सरकारी अफसर कार्ल वॉन ड्रैस ने दुनिया की पहली दो पहिया साइकिल बनाई


◆ WHO से लेकर तमाम रिसर्च संघठन का दावा हैं कि रोजाना 30-40 मिनट की साइक्लिंग शरीर को फिट बनाती है


◆ डच राजधानी एम्सटर्डम को दुनिया की साइकिल कैपिटल भी कहा जाता है


◆ साइकिल चलाने से बढ़ती हैं इम्यूनिटी


     


युवा काफिला, भोपाल- 


आज विश्व साईकिल दिवस है, इस मौके पर आईये जानते हैं इस दोपहिया साईकिल के बारे में खास बातें जिस पर सवारी करने से इंसान दिल-दिमाग और शरीर पूरी तरह स्वथ्य रहता है।


साईकिल का इतिहास..


साईकिल का प्रचलन उन्नीसवीं शताब्दी में यूरोप में आरम्भ हुआ था।


◆ इस समय पूरे विश्व में अनुमानतः दस करोड़ साईकिल हैं।


◆ चीन और नीदरलैण्ड आदि देशों में साईकिल ही यातायात का मुख्य साधन है।


विश्व की पहली साईकिल


 

1839 में स्कॉटलैंड के एक लुहार किर्कपैट्रिक मैकमिलन ने विश्व की पहली साईकिल बनायी थी जिसमें पहिये को चलाने के लिए पैडल नहीं था।


साइकिल चलाने के हैं बहुत से फायदे -



1. नहीं होगा जोड़ों का दर्द


2. एंजाइटी- डिप्रेशन से मुक्ति


3. हार्टअटैक का खतरा कम


4. साइक्लिंग से बढ़ती हैं इम्युनिटी


5. अन्य वर्कआउट से बेहतर है साइक्लिंग 


 

साईकिल पूरे शरीर के मांसपेशियों को पूरी तरह से सक्रिय रखती है इसलिए प्रतिदिन संभव हो तो आधे घंटे साईकिल जरूर चलानी चाहिए।