◆ मध्यप्रदेश में शराब बेच रही हैं महिला अधिकारी
◆ पूरे दिन का राजस्व एकत्रित करने लगाई महिला नायब तहसीलदार की ड्यूटी
◆ शराब के ठेकों पर न तो महिला प्रसाधन है और न ही महिला कॉमन रूप
◆ महिला अफसरों को ठेकों पर देख हैरत में पड़े सूरा प्रेमी
◆हमारी संस्कृति नारी की पूजा करवाती है और आपकी संस्कृति नारी से शराब बिकवाती है..? पूर्व मंत्री पी.सी.शर्मा
युवा काफिला,भोपाल-
राजधानी भोपाल सहित सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में 78 दिनों से बंद पड़ी 90 शराब दुकानों में से मंगलवार को केवल 32 दुकानें शाम पांच बजे खुल गईं। सभी दुकानों का संचालन आबकारी विभाग ही कर रहा है। सबसे बड़ी बात यह हैं कि विभाग ने महिला अधिकारियों की शराब बेचने व राजस्व एकत्रित करने तक में लगा दिया है। जहां महिला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं वहां न तो महिला प्रसाधन की व्यवस्था हैं और न ही उनके लिए कोई कॉमन रूम हैं जो कि अत्यंत दुःखदायक हैं।
जहां महिला आरक्षकों को शराब बेचने में लगाया गया है वहीं महिला नायब तहसीलदारों की तैनाती राजस्व एकत्रित कर बैंक में जमा कराने के लिए लगा दिया गया हैं। इसके लिए बकायदा ड्यूटी चार्ट भी तैयार किया गया है। हालांकि होम गार्ड के जवानों को लगाने के लिए विभाग ने पत्र लिखा था लेकिन अब तक होम गार्ड से जवान नहीं मिल पाए है।
महिला असफर ठेके पर बैठकर शराब बेच रही है। सामने शराब के शौकीन बाकायदा कतार में खड़े हैं। संभवतया आपने ऐसी तस्वीर पहली बार देखी होगी कि कोई महिला खाकी वर्दी में शराब के ठेके पर बैठकर शराब बेच रही है।
70 फीसदी शराब दुकाने सरेंडर
दरअसल, इसकी वजह मध्यप्रदेश सरकार और शराब के ठेकेदारों के बीच चल रहा विवाद है। ठेकेदार मध्य प्रदेश में सरकार से लॉकडाउन के कारण ड्यूटी चार्ज में राहत की मांग पर अड़े हैं। मांग नहीं माने जाने पर प्रदेश 70 फीसदी ठेकेदारों ने शराब की दुकानें सरेंडर कर दी है।
महिला अफसरों की भी लगाई ड्यूटी
ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार ने आबकारी विभाग के माध्यम से खुद दुकानें खोली हैं। दुकान संभालने के लिए आबकारी विभाग की स्टाफ की ड्यूटी लगाई है। कई ठेकों पर आबकारी पुलिस की महिला अधिकारी भी बैठकर शराब बेचती नजर आईं। न तो उनके लिए प्रसाधन है और न ही कॉमन रूम।
यहां के ठेकों पर दिखीं महिला अफसर
राजधानी सहित कई इलाकों में दुकानों पर महिला अफसरों को शराब बेचते देख सुरा प्रेमी हैरत में पड़ गए। फिर उन्हें माजरा समझ आया कि शराब ठेकेदारों के ठेका सरेंडर करने के बाद अब आबकारी विभाग स्वयं अपनी महिला आबकारी अधिकारी के मार्फत शराब बेच रही हैं।