◆ अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में लगातार गिर रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
◆ भारत में बढ़ रही है लगातार कीमतें
◆ मध्यम वर्ग का है बुरा हाल
◆ लॉक डाउन के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट है बंद
युवा काफिला, भोपाल-
भारत सरकार ने लॉकडाउन के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के कम दाम होने का फायदा उठाते हुए क्षमता से ज्यादा तेल स्टोर कर लिया था, परंतु आम नागरिकों को इसका फायदा नहीं मिला है।
कोरोना संकट के बीच सामान्य जनमानस की जेबे खाली हैं और पेट्रोल, डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। शुक्रवार राजधानी भोपाल में पेट्रोल के दामों में 59 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दामों में 56 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। पिछले 6 दिनों से लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 80.95 रुपए प्रति लीटर हो गया है और डीजल की कीमत भी बढ़कर 72.81 रुपये लीटर हो गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन कच्चे तेल के दाम में नरमी जारी हैं फिर भी भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं का ही बुरा हाल हैं।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत बढ़कर क्रमश: 74.57 रुपये, 76.48 रुपये, 81.53 रुपये और 78.47 रुपये प्रति लीटर हो गई. वहीं, डीजल का दाम भी चारों महानगरों में बढ़कर क्रमश: 72.81 रुपये, 68.70 रुपये, 71.48 रुपये और 71.14 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इसी के साथ दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 74.57 रुपए और डीजल 72.81 रुपए में बिक रहा है। पिछले 6 दिनों में पेट्रोल के दामों में 3.31 रु/लीटर और डीजल के दामों में 3.42 रु/लीटर का इजाफा किया गया है। अब इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने मोदी सरकार पर हमले शुरू कर दिए हैं।