कोरोना हेल्प/ सोनू सूद के बहाने शिवराज सरकार को घेरने की कोशिश

◆ पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला का सरकार पर जोरदार तमाचा


◆ सरकार पर किसकी हैं तिरछी नजर



युवा काफिला,भोपाल-


सोशल मीडिया पर पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला और सोनू सूद की चर्चा चल रही हैं। शुक्ला ने सोनू सूद से मदद मांगी ऐसा लोग बहस कर रहे हैं अब शुक्ला जी ने सही किया या गलत। सोनू सूद से मदद मांगनी चाहिए थी या नहीं। दरअसल इसके पीछे का खेल कुछ और है। राजेंद्र शुक्ला ने सोनू सूद के बहाने सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर तमाचा मारा है। 


मध्यप्रदेश सरकार की खुली पोल


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार लॉक डाउन में फंसे मजदूरों की मदद का बखान अपने वक्तव्यों के माध्यम से सुनाते आ रहे हैं। वे आंकड़ों के साथ अपनी बात रखते हुए कहते हैं कि देश के कोने-कोने में फंसे मध्यप्रदेश के कितने प्रवासी मजदूरों को सफलतापूर्वक उनके घर पहुंचाया गया है। ऐसी स्थिति में पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला का न केवल सोशल मीडिया के जरिए सोनू सूद से मदद मांगना बल्कि उसके साथ लिस्ट भी अपलोड कर देना शिवराज सिंह सरकार पर मजदूर वर्ग के लिए किए जा रहे कार्यो की पोल खोल रहा हैं। ऐसे में

मुंबई में फंसे हुए मध्यप्रदेश के प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए सरकार क्या कोई कदम नहीं उठा रही है। 

मजदूरों की मदद के बहाने राजनीति 


यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि विंध्य की राजनीति में

भाजपा का बड़ा चेहरा और पूर्व मंत्री एवं विधायक राजेंद्र शुक्ला क्या कहना चाहते है। क्या वह सचमुच मुंबई में फंसे रीवा/सतना के मजदूरों की मदद करना चाहते हैं। यदि ऐसा होता तो वह महाराष्ट्र सरकार को चिट्ठी लिखते या फिर सोनू सूद से फोन पर बात कर लेते। यदि शिवराज सिंह सरकार के प्रयास असफल हो रहे हैं तो इसकी जानकारी पार्टी हाईकमान को दी जा सकती थी परंतु जिस तरह से राजेंद्र शुक्ला ने शिवराज सिंह चौहान पर खुला हमला किया है, क्या इसे बगावत का संकेत माना जा सकता है।