बड़ी खबर/ चीन कर सकता हैं बड़ा साइबर अटैक अलर्ट जारी

साइबर इंटेलिजेंस फर्म साइ फर्मा ने चीनी हैकिंग ग्रुप की ओर से दी गई धमकी को लेकर भारत को दी चेतावनी


◆ चीन से जुड़े हैकिंग ग्रुपों ने भारतीय सरकारी एजेंसियों और प्राइवेट कंपनियों की एक हिट लिस्ट जारी की


◆ अब चीन कर सकता हैं डेटा हैकिंग


◆सावधान! कल से भारत पर साइबर अटैक कर सकता है चीन, आपके पास इस नाम से आ सकता ई-मेल


◆ साइफार्मा ने बताया कि यह जानकारी डार्क वेब से आई है। डार्क वेब यानी जहां पर हैकर कम्युनिटी गुमनाम रहकर बात करती है



युवा काफिला,नई दिल्ली


भारत पर चीनी साइबर अटैक का खतरा मंडरा है। खबरें हैं कि चीनी हैकर इस साइबर अटैक के लिए जुट गए हैं। भारत के 20 लाख ईमेल उनके निशाने पर हैं। सबसे पहले ये निजी और वित्तीय ईमेल पर यह अटैक कर सकते हैं। अब सीमा पर गतिरोध के बीच चीन भारत के खिलाफ एक और नापाक चाल चलने की तैयारी में हैं। जानकारी के मुताबिक भारत पर यह अटैक 21 जून से शुरू हो सकता है। इस साइबर अटैक में एक ईमेल- ncov2019.gov.in से हमला हो सकता है। इस ईमेल का सब्जेक्ट- 'Free Covid 19 Test' हो सकता है।


हैकरों ने भारतीय कंपनियों की एक लिस्ट तैयार की है। वे कई सरकारी एजेंसियों, मीडिया हाउस, फार्मा कंपनियों, टेलीकॉम ऑपरेटरों और भारत की एक बड़ी टायर कंपनी को निशाना बना सकते हैं। इस बारे में साइबर इंटेलिजेंस फर्म साइफर्मा ने चेतावनी दी है। साइफर्मा ने यह भी बताया कि इन हैकिंग ग्रुप का चीन की सरकार और सेना से संबंध है।


डार्क वेब से पुख्ता खबर
साइफार्मा ने बताया कि यह जानकारी डार्क वेब से आई है। डार्क वेब यानी जहां पर हैकर कम्युनिटी गुमनाम रहकर बात करती है। 10 दिन पहले चीनी हैकरों ने डार्क वेब पर चीनी भाषा मंदारिन और कंटोनीस में बात करते हुए भारत को सबक सिखाने की बात कही है। सबसे ज्यादा खतरा मीडिया हाउस को है।


हैकिंग लिस्ट में ये कंपनियां
हैकिंग लिस्ट में साइबर खतरों से निपटने वाली भारत की नोडल एजेंसी सीईआरटी-इन का भी नाम है। इसके साथ ही एमआरएफ टायर, एयरटेल, बीएसएनएल, सन फार्मास्युटिकल, सिप्ला, रिलायंस जियो और कुछ मीडिया हाउस के नाम हैं।


हैकिंग ग्रुपों का हैं चीनी सेना से संबंध
साइफर्मा के सीईओ और चेयरमैन कुमार रितेश ने कहा कि हैकिंग ग्रुपों में गोथिक पांडा और स्टोन पांडा का नाम हैं। इनका सीधा संबंध चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से है। ये दोनों ग्रुप चीन की सरकार के लिए काम करते रहे हैं। अमेरिका और हॉन्गकॉन्ग में भी बड़े पैमाने पर साइबर अटैक करते रहे हैं।


ऑस्ट्रेलिया पर कर चुके हैं बड़े पैमाने पर साइबर अटैक
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के सरकारी और निजी क्षेत्र पर बड़ा साइबर अटैक हुआ है। इसके पीछे भी चीन पर भी शक जताया जा रहा है। चीन पर शक इसलिए भी है, क्योंकि लंबे समय से उसके ऑस्ट्रेलिया से संबंध ठीक नहीं चल रहे है। ऑस्ट्रेलिया कोरोनावायरस फैलने की जांच कराने के पक्ष में और उसे चीन पर शक है।


क्या कहते है कि साइबर एक्सपर्ट ? 
साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने एबीपी न्यूज से कहा है कि इस चेतावनी को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर आपके पास कोई अपरिचित मैसेज आता है जो कहता है कि किसी लिंक पर क्लिक करें तो आपको बिल्कुल नहीं करना है। अगर कोई ऐसा ईमेल आता जिससे आप परिचित नहीं है और जो कहता है कि कोई अटैचमेंट डाउनलोड करनी है तो ऐसा नहीं करें. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में वैसे भी साइबर क्राइम बहुत बढ़ गया है इसलिए बेहतर है कि साइबर सुरक्षा को लेकर हम लोग जागरुक हों और इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना लें.