◆ कोरोना संकट में वरदान साबित हुए सरकारी कर्मचारियों की नहीं ले रही सरकार सुध
◆ सरकारी दफ्तर बन रहे कोरोना कैरियर
◆ राजधानी के सरकारी दफ्तरों में तेजी से फैल रहा हैं संक्रमण
◆ सरकारों ने कोरोना योद्धा के नाम से किया था सम्मानित
◆ कर्मचारियों दहशत में
◆ जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी सहित राजधानी में आज 58 कोरोना पॉजिटिव
युवा काफ़िला भोपाल-
आमतौर पर सरकारी विभाग जनकल्याण का कार्य करते हैं लेकिन संक्रमण काल में सरकारी विभाग ही संक्रमण को न्योता दे रहे हैं । सबसे पहले सरकारी दफ्तरों से ही उम्मीद की जाती हैं कि वे सरकारी नियमों का, गाइडलाइनों का पालन करें लेकिन राजधानी भोपाल के कुछ शासकीय कार्यालय अपने कर्मचारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जा रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर कर्मचारियों द्वारा जानकारी दी गई जिनमें भोपाल नगर निगम,अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (AIGGPA), मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद (MPCST) नेहरू नगर भोपाल सहित कई संस्थान अपने कर्मचारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति को दर्ज करवा रहे हैं। यहां तक कि कर्मचारी द्वारा ऑफिस आने का मना किए जाने व घर से ही काम करने पर उस पर अनावश्यक दबाव बनाया जाता हैं। अब सवाल यह हैं कि आखिर कर्मचारी अपनी व्यथा किसे सुनाए।
कहां कितने पॉजिटिव
राजधानी भोपाल में कोरोना पॉजिटिव की संख्या तेज रफ्तार से बढ़ रही है, जिससे राजधानी के सरकारी दफ्तर कोरोना के कैरियर बनते जा रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों में दहशत का माहौल है। ज्ञात हो कि मंत्रालय में कोरोना की शुरुआत स्वास्थ्य विभाग से हुई थीं जिसमें विभाग की तत्कालीन एसीएस कोरोना पॉजिटिव निकली थीं और स्वास्थ्य विभाग के साठ लोग एक साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी की भी कोविड-19 के संक्रमण के चलते मौत हुई थीं।
भोपाल में आज 58 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें सबसे ज्यादा ऐशबाग के 9 और महामाई बाग से 7 लोग है। ऐसे में ऐशबाग के ही एक इलाके से 16 कोरोना पॉजिटिव मिले। वहीं सरकार के जनसम्पर्क विभाग के एक अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
मंत्रालय में अब तक 4 पॉजिटिव मिले जिसमें एक कि मौत हो गई। वहीं बिजली विभाग पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के ऑफिस में 80 लोगों की जांच में 17 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। भोपाल के ही बिट्टन मार्केट स्थित वाणिज्य कर विभाग के ऑफिस से भी मिले 7 कर्मचारी पॉजिटिव मिले। कल जहां डी मार्ट में पॉजिटिव पाए गए थे आज फिर जहांगीराबाद इलाके के ही डी मार्ट में भी एक कोरोना पॉजिटिव मिला हैं। भोपाल की बंसल धर्मशाला में ठहरी SAF पुलिस पार्टी के 7 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जहांगीराबाद, शाहजहानाबाद और राजधानी के दूसरे इलाकों से भी लगातार कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। ऐसे में सरकारी कर्मचारियों की जान कितनी कीमती है यह तो सरकार ही जाने क्योंकि भोपाल को बाबुओं का शहर कहा जाता हैं ऐसे में यदि ये बाबू ही संक्रमण का शिकार हो गए तो सारी सरकारी मशीनरी ही ध्वस्त हो जाएगी।
क्या कहता हैं सरकारी आदेश
मध्य प्रदेश शासन के गृह मंत्रालय से दिनांक 15/06/2020 के जारी पत्र क्र- 198/2020/सी-2 के बिंदु 5 के अनुसार इंदौर, भोपाल एवं उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में शासकीय संभागीय एवं जिला कार्यालय एवं निजी कार्यालय 50 प्रतिशत कर्मचारियों की क्षमता के साथ एवं अन्य स्थानों पर कर्मचारियों की पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे । सभी शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहेगी ।
अब ऐसे में यह देखना हैं कि क्या सरकारी आदेश की अवहेलना होती है या पालन।