विशाखापट्टनम गैस कांड/ 37 साल बाद विशाखापट्टनम में भोपाल गैस जैसा गैस कांड

◆  प्लास्टिक की एक फैक्ट्री से जहरीली गैस लीक


◆ 10 की मौत, 300 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती,5000 संक्रमित


◆ एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में रासायनिक गैस रिसाव 


◆ कुल 1500 घरों को खाली कराया गया 


◆ 180 पीड़ितों का इलाज  केजीएच अस्पताल विशाखापट्टनम में चल रहा


◆ 40 पीड़ित अपोलो अस्पताल में 


◆ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम गैस रिसाव की घटना के मामले में बुलाई आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक


◆ विजाग में लीक हुई स्टीरिन गैस, कैंसर से लेकर देखने-सुनने पर असर


युवा काफिला,अमरावती-


आंध्र प्रदेश स्थित विशाखापट्टनम में के आर.आर.वेंकटपुरम  गांव  में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में रासायनिक गैस रिसाव हुआ। 37 वर्षों बाद भोपाल जैसा गैस रिसाव पुनः देखने को मिला । सिम्हाचलम स्टेशन के पास संयंत्र से गैस रिसाव के कारण विशाखापत्तनम के पास ट्रेन का आवागमन बंद कर दिया गया हैं वहीं अन्य ट्रेनों को डायवर्ट किया जा रहा है । राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज विशाखापत्तनम में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में हुए गैस रिसाव ने टिप्पणी की


ज्ञात जानकारी के अनुसार आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है।  मौके पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस सहित शासन प्रशासन की टीमें पहुंची ।


जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (डीएमएचओ) ने बताया कि आर.आर. वेंकटपुरम गांव स्थित एलजी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस रिसाव के बाद एक बच्चे सहित 3 लोगों की मौत हो गई है।


लॉकडाउन के दौरान विशाखापत्तनम में बंद पड़ी प्लास्टिक की एक फैक्टरी में काम-काज पुन: शुरू करने की तैयारी हो रही थी कि इसी दौरान गैस रिसाव की घटना हुई। एनडीआरएफ महानिदेशक एस एन प्रधान ने बताया कि यह स्टाइरीन गैस है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, गले, त्वचा, आंखों और शरीर के कुछ अन्य अंगों को प्रभावित करती है।