वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे/ जाने हाइपरटेंशन से संबंधित मिथक और लक्षणों को डॉक्टर एस.के.सदावर्ते से

◆ 17 मई को 'वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे' मनाया जाता


◆  भागदौड़ भरी जिंदगी से बदल गई है मानव की दिनचर्या


◆ आहार है हाइपरटेंशन की मुख्य वजह



युवा काफिला, भोपाल- 


हाइपरटेंशन के प्रति जनमानस में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष 17 मई को 'वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे' मनाया जाता है। हाइपरटेंशन किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता हैं। 'विश्व उच्च रक्तचाप दिवस यानी 'साइलेंट किलर' के बारे में दुनिया भर में आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस अथवा विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जा रहा है। हाइपरटेंशन से जुड़े मिथक और लक्षणों केे प्रति जानकारी देनेेे के लिए पीपुुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ एस के सदावर्ते से परिचर्चा



हाइपरटेंशन क्या हैं ? 

हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जो हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेल और अंधेपन के जोखिम को बढ़ाती है। यह दुनिया भर में समय से पूर्व होने वाली मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। WHO के मुताबिक दुनियाभर में 1.13 बिलियन लोगों को हाइपरटेंशन है।

कितना होना चाहिए सामान्य ब्लड प्रेशर

140-159/90-99 और इससे ज्यादा प्रेशर हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। आमतौर पर, ब्‍लड प्रेशर को 85 से ऊपर जाते ही चेतावनी का संकेत माना जाता है। लेकिन वहीं युवाओं में सामान्य ब्लड प्रेशर की सीमा 120/80 तक होती है। इस आंकड़े में 120 सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर है, तो वहीं 80 डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को बताता है। अब सवाल यह उठता है क‍ि आखिर ब्‍लड प्रेशर अचानक बढ़ क्‍यों जाता है. चल‍िए जानते हैं इसके क्‍या कारण होते हैं। 

 

हाइपरटेंशन के मुख्य कारण

हाइपरटेंशन के मुख्य कारण में खराब खान-पान, व्यायाम न करना, शराब और तंबाकू का सेवन करना माना जाता है।

हाई ब्लडप्रेशर या हाईपरटेंशन का खतरा महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है। इसके अलग-अलग कारण हो सकते हैं जैसे- फैमिली हिस्ट्री, तनाव, गलत खानपान और लाइफ स्टाइल आदि। लेकिन इससे बचने के लिए न केवल डाइट और लाइफ स्टाइल पर ध्यान देने की जरूरत है बल्कि तनाव को कम करना और शरीर को सक्रिय बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज भी बेहद जरूरी है।



 

आजकल 18 साल से 50 वर्ष के लोग हाइपरटेंशन के अधिक शिकार हैं। हालांकि साठ साल की उम्र से पहले पुरुषों में उच्च रक्तचाप का खतरा ज्यादा रहता है, पर बाद में स्त्री-पुरुष दोनों में ही खतरे की आशंका बराबर होती है।  बात-बात पर गुस्‍सा करने से हमारी सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। देखा गया है कि जो व्‍यक्‍ति गुस्‍सा नहीं करते, वो कम बीमार होते हैं।

 

हाई ब्लड प्रेशर होने के मुख्य कारण

 

◆ कई बार किसी खास दवा के लेने से भी हाई बीपी की शिकायत हो सकती है। इसलिए अगर आप किसी भी तरह की दवाएं ले रहे हैं और आपको बीपी की भी समस्‍या है तो अपने डॉक्‍टर को इससे अवगत करा दें।


◆ आपको किडनी से जुड़ी कोई समस्या है और आप उसके लिए दवाएं ले रहे हैं, तो यह दवाएं भी अचानक से बीपी बढ़ने का कारण हो सकती हैं।


◆ खासकर सर्दियों के मौसम में, शारीरिक रूप से कम सक्र‍िय होना भी बीपी बढ़ने का कारण हो सकता है। इससे भी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।


◆  सर्दियों के मौसम में अक्‍सर तापमान कम होने के कारण ब्लड सेल्स यानी नसें सिकुड़ जाती हैं। इनसे ब्लड सर्कुलेशन में ज्‍यादा जोर की जरूरत होती है और यह ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है।


◆ तनाव भी आपके ब्‍लड प्रेशर को प्रभाव‍ित करना है। अत्‍यध‍िक तनाव हाई बीपी की वजह बन सकता है।


◆ आप हाइपरटेंशन के मरीज हैं और आप इसके लिए दवाएं ले रहे हैं तो यह आपके लिए जरूरी हो जाता है क‍ि डॉक्‍टर की सलाह के अनुसार आप दवाएं लेते रहें। यदि किसी कारणवश आपको यह दवा छोड़नी पड़ रही है या लेने में कोई समस्या हो रही है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।अक्‍सर लोग जब ठीक महसूस करने लगते हैं तो वे दवाएं बीच में छोड़ देते हैं यह भी अचानक से बीपी बढ़ने की एक वजह हो सकती है. 


◆ अचानक बीपी बढ़ने की एक और वजह हो सकती है आपकी दिनचर्या और आहार। आप जो खाते हैं उसका असर आपके बीपी पर सीधे तौर पर पड़ता है। तो अगर आप आहार में ऐसी चीजें ले रहे हैं जो आपके बीपी को हाई कर सकती हैं तो सावधान हो जाएं। खाने में नमक की मात्रा पर खास ध्‍यान दें।


हाइपरटेंशन के लक्षण 


◆ सिरदर्द
◆ सिर घूमना 
◆ सिर भारी होना
◆ सीने में तेज दर्द
◆ चक्कर आना
◆ उल्‍टी महसूस होना
◆ बेचैनी 
◆ घबराहट 
◆ थकान
◆ धूंधला दिखना
◆ कमजोरी महसूस करना
◆ नाक से खून निकलना


सूचना: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। युवा काफिला समाचार इस जानकारी की प्रमाणिकता की जिम्मेदारी नहीं लेता।