सोशल मीडिया / मंदिरों से सोना गिरवी रखने की मांग पर पृथ्वीराज चौहान हुए ट्विटर पर ट्रोल





◆ मंदिरों से सोना गिरवी रखने की मांग पर  पृथ्वीराज चौहान हुए ट्विटर पर ट्रोल

◆ कोरोना के बीच सुभाष घई की मंदिरों से अपील, दान कर दें अपना 90 फीसदी सोना


युवा काफिला,मुंबई -


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चौहान के एक बयान पर भारत की सियासत गरमा गई है। जिसमे उन्होंने भाजपा सरकार से कोरोना संकट से निपटने के लिए मंदिरों से सोना लेने की मांग की थी। चौहान के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर हमलावर हो गयी है। भाजपा नेता किरीट सोमैया और पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।


चौहान के इस बयान पर भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस नेता ने मंदिरों से सोना लेने की मांग सरकार से की है। क्या सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी, और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इस डिमांड का समर्थन करते है। सोमैया के अलावा संबित पात्रा ने कांग्रेस नेताओं की तुलना मुगल आक्रमणकारी से कर दी है।


संबित ट्वीट करते हुए लिखते है कि ‘मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस और मुगल आक्रमणकारी में कोई अंतर है। मुगलों ने मंदिर को लूटा साथ ही ईस्ट इंडिया कंपनी और सोनिया की कांग्रेस में भी कोई ज्यादा अंतर नहीं है, क्योंकि इन दोनों ने भारत की धन और संपत्ती को लूटा। कांग्रेस हिंदूओं से नफरत करती है।


ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कोरोना संकट से निपटने के लिए ट्वीट कर कहा था कि भारत सरकार को मंदिरों में रखे सोना का तुरंत इस्तेमाल करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि देश में धार्मिक ट्रस्टों के पास एक ट्रिलियन डॉलर का सोना पड़ा हुआ है। सरकार को कोरोना संकट से निपटने के लिए इस सोने का तुरंत इस्तेमाल करना चाहिए। इस आपातकालीन स्थिति में सोने को कम ब्याज दर पर सोने के बॉन्ड के माध्यम से उधार लिया जा सकता है।


 सुभाष घई ने किया सहयोग


 कोरोना को लेकर निर्माता निर्देशक सुभाष घई ने  सुभाष घई ने  ट्वीट में  प्रधान मंत्री  नरेंद्र मोदी से सवाल किया है। अपने ट्वीट में घई ने मौजूदा समय का जिक्र किया है जिसने पूरी दुनिया और भारत को बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्‍होंने पूछा है कि क्‍या सभी मंदिरों को सरकार को फंड डोनेट नहीं करना चाहिए। सुभाष घई ने अपने ट्वीट में कहा है की   ‘क्‍या हमारे भगवानों के मंदिरों के पास पहुंचने का यह सही समय नहीं है? बड़े गोल्‍ड रिजर्व वाले सभी संपन्न मंदिरों को सरकार को सरेंडर करना चाहिए और 90% गोल्‍ड को लोगों की मदद के लिए डोनेट करना चाहिए। उन्‍हें यह सब सिर्फ भगवान के ही नाम पर लोगों से मिला है ना?’















तमाम लोग इस ट्वीट पर सुभाष घई का समर्थन कर रहे हैं और चर्च और मस्जिदों से भी इसमें शामिल होने को कह रहे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं जो ट्वीट को लेकर घई पर ही निशाना साध रहे हैं।
हाल ही में एक इंटरव्‍यू में सुभाष घई ने बताया था कि कैसे लॉकडाउन के कारण फिल्‍म इंडस्‍ट्री को भारी नुकसान हुआ है। उन्‍होंने कहा, ‘इस बात से मैं इनकार नहीं कर सकता कि आर्थिक रूप से लॉकडाउन ने हमें प्रभावित किया है।’