रतलाम/ मेडिकल कॉलेज के डीन पर लगे भेदभाव व पद के दुरुपयोग के आरोप

◆ चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कोरोना ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों की मांगी थी सूची


◆ कोरोना ड्यूटी में उपस्थित डॉक्टरों के नाम सूची में शामिल नहीं 


◆ डीन पर लगे अनियमितता के आरोप


युवा काफिला, रतलाम-


कोरोना के दौरान जहां एक और सारे देश में मेडिकल सुविधाओं को लेकर चर्चाएं चल रही है वहीं दूसरी ओर रतलाम जिले के मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित द्वारा शासन को भेजी एक सूची पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। 


क्या है मामला
कोरोना वायरस की मार झेल रहे रतलाम मेडिकल कॉलेज में जहां डॉक्टर दिन रात कोविड-19 से राहत कार्य में ड्यूटी कर रहे हैं।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मेडिकल कॉलेज से करोना में कार्यरत डॉक्टरों की ड्यूटी सूची मांगी थी। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित ने मेडिकल कॉलेज के केवल 65 डॉक्टरों की सूची भेजी। जिसमें कहा गया कि कोरोना संक्रमण को लेकर डॉक्टर ड्यूटी नहीं कर रहे हैं।सूची  मे डीन द्वारा अपने चहेतो के नाम बचा लिए गए। डॉक्टरों ने विरोध स्वरूप शिकायती पत्र कलेक्टर रतलाम सहित, मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन को भेजा दिनांक 08 मई को भेजा गया हैं। 


पत्र का मजमून


पत्र में लिखा गया है कि वे डॉक्टर जो कोरोना काल में राहत कार्य में लगे हैं उनका नाम इस सूची में नहीं है जबकि इसी विभाग की एक डेमोंस्ट्रेटर डॉ अनुष्का शर्मा, जो की एक प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी है ( वर्तमान में रतलाम  मे उपस्थित नहीं है) का नाम मौजूद नहीं है , परंतु इनके वेतन का भुगतान बराबर हो रहा हैं वहीं  स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रेखा विमल जो की सुपरिटेंडेंट डॉ जितेंद्र गुप्ता की पत्नी है उनका नाम भी सूची में मौजूद नहीं हैं परंतु भुगतान बराबर हो रहे हैं। ज्ञात हो कि इसी प्रकार के भेदभाव एवं पद के दुरूपयोग की शिकायत पूर्व में भी कई बार डीन डॉ संजय दीक्षित के विरुद्ध हो चुकी है।