राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस/आज ही के दिन भारत परमाणु सम्पन्न देश घोषित हुआ
◆ भारत ने आज ही के दिन ऑपरेशन शक्ति मिसाइल को भी सफलतापूर्वक फायर किया 

◆ भारत ने 58 किलो टन क्षमता के परमाणु बम का परीक्षण करके सभी को चौंका दिया

◆ पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सेना की वर्दी में क्षेत्र में सैन्य अधिकारी के रूप में घूमते रहे

युवा काफिला, भोपाल-


 11 मई का दिन भारत के लिए विश्व में पहचान दिलाने वाला हैं। 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस यानी 'नेशनल टैक्नोलॉजी डे' मनाया जाता है। आज ही के दिन भारत मे तकनीकी क्रांति आई थी। आज ही के दिन 1998 को 'परमाणु टेस्ट' और अंतरिक्ष में भारत की बड़ी प्रगति के रूप में इतिहास में दर्ज है।आज ही के दिन भारतीय सेना के पोखरण परीक्षण रेंज में भारत द्वारा किए गए पांच परमाणु बम विस्फोटों की सीरीज में पहला कदम था। 11 मई 1998 की सुबह थार के रेगिस्तान में पोखरण के खेतोलाई गांव के पास भारत ने अपना परमाणु परीक्षण किया । भारत ने आज ही के दिन ऑपरेशन शक्ति मिसाइल को भी सफलतापूर्वक फायर किया था।


देश ने परमाणु मिसाइल का परीक्षण करते हुए दुनियाभर में न्यूक्लियर खेल को पूरी तरह से बदल दिया। डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बदौलत भारत ने पश्चिमी शक्तियों के कभी न खत्म होने वाले प्रभुत्व को चुनौती दी।


अमेरिकी खुफिया एजेंसी को चकमा दिया
भारत ने परमाणु टेस्ट का खुफिया ऑपेरशन किया। वैसे भारत के प्रयास का अमेरीकी जासूसों ने पता लगा लिया था और दबाव में भारत को अपना परीक्षण टालना पड़ा । अबकी बार भारत कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता था।  परीक्षण स्थल का खुफिया दौरा डॉ कलाम और उनकी टीम ने कई बार दौरा किया। वो कई माह तक सेना की वर्दी में क्षेत्र में सैन्य अधिकारी के रूप में घूमते रहे लेकिन किसी को भनक तक नहीं पड़ी और फिर सफल परमाणु परीक्षण हुआ।


व्हाइट हाउस नाम से बनाये शाफ्ट में धमाका हुआ। भारत ने 58 किलो टन क्षमता के परमाणु बम का परीक्षण करके सभी को चौंका दिया । यह अमेरिका की ओर से दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा में गिराए गए परमाणु बम लिटिल बॉय से चार गुना अधिक शक्तिशाली था। दुनिया भौचक्की रह गई कि भारत ने यह कारनामा कैसे किया लेकिन भारत अपना काम चुका था।


 उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को एक परमाणु संपन्न देश घोषित कर दिया । उसके बाद भारत परमाणु क्लब देशों में शामिल होने वाला छठा देश बना गया था। इसीलिए 1999 से 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (नेशनल टेक्नोलॉजी डे) के रूप में मनाया जाता है।