ऑनलाइन कवि सम्मेलन/ "अगर न होते बाबा साहब भारत देश महान न होता"- पदमश्री बाबूलाल दाहिया 

ऑनलाइन कवि सम्मेलन संपन्न


◆ सम्पूर्ण भारत से जुड़े कवि


◆ टेक्नोलॉजी का कर रहे हैं भरपूर उपयोग



युवा काफिला भोपाल-
                            कल 17/05/2020 दिन रविवार , साायं 9:00 बजे से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जूम के माध्यम से आदर्श समाज के निर्माण हेतु महापुरुषों के विचारों पर आधारित ऑनलाइन कवि सम्मेलन संपन्न हुआ। जिसमें प्रदेशभर के कवियों ने भाग लेते हुए काव्य की गंगा बहाई। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कवि सम्मेलन के संयोजक एवं मंच संचालक इंजीनियर आरके दादौरिया ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ कमल बौद्ध की कविता से हुआ हैदराबाद से युवा कवित्री शालिनी शुक्ला 'मणि की कविता 'दो पाट के सपाट पर भागती है जिंदगी' ने श्रोताओं का मन मोह लिया। इसके बाद डॉ पी डी महंत की कविता 'चलने दो  वक्त है बदल ही जाएगा 'की प्रस्तुति हुई । वही अजाक्स साहित्य के प्रकोष्ठ के प्रांताध्यक्ष रमेशचंद्र चंगे शिया' प्रभात' की कविता 'भीमराव के सपनों का भारत हमें बनाना है 'ने श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।कटनी से कवि रामकिशोर दाहिया ,एवम भोपाल से  डॉ राजकुमार जाटव ने अपनी कविताओं और गजलों से श्रोताओं में जागरण का बिगुल बजाया । ओज के प्रखर कवि हस्ताक्षर व प्रशासनिक अधिकारी बी.के.वैद्य ने अपनी रचना 'लौट कर आ रहा हूं' की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । सारंगपुर जिला राजगढ़ से स्वामी सत्यानंद महाराज 'सत्य 'ने विद्या की देवी सावित्रीबाई फुले पर गीत गाकर आदरांजली का भाव प्रकट करते हुए श्रोताओं की वाहवाही लूटी और अंत में पदमश्री सम्मान से सम्मानित कवि पदमश्री बाबूलाल दहिया ने "अगर ना होते बाबा साहब भारत देश महान ना होता । पढ़ने का अधिकार ना होता अधिकारों का ज्ञान ना होता ।"कविता पढ़कर श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी।एवम सभी को बाबा साहब के आदर्शों पर चलने हेतु आव्हान किया।


कार्यक्रम में सहभागिता


कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रोफेसर ए के शाक्यवार, पुण्यशील बागड़े, प्रोफेसर कृष्णकांत अहिरवार अशोकनगर, प्रोफ़ेसर सिद्धार्थ दमोह,अंशुल मरकाम, डॉ पी डी दादौरिया भोपाल , टी आर गहलोत ,डॉ वीरेंद्र मटसेनिया सागर, विद्या भारती काम्बले, प्रमोद कांबले, राहुल सिंह ग्वालियर, डॉ रामहेत गौतम सागर,दीपक नागराज खरगोन, बीपी शर्मा, एडवोकेट सिद्धार्थ गौतम नई दिल्ली, बाबूलाल प्रबुद्ध, अनिल बेचैन ,महेश तंवर, एसआर सरल आर पी सिलोरिया ,निर्मल दास मानकर, डॉ मनीष कुमार बौद्ध सागर ,सुरेंद्र सिंह अहिरवार ,सुनील जाटव अशोकनगर, कुंवर लाल खातरकर ,इंजीनियर एन एस भारतीय  राजगढ़,कृतिका चौधरी, संतोष कापसे ,अशोक दहायत, प्रज्ञा सिंह दादौरिया एवं अन्य गणमान्य श्रोता उपस्थित रहे।