मुंबई/ देश में कोरोना फैलाने ने लिए 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम हैं जिम्मेदार- संजय राउत

◆ नमस्ते ट्रम्प (Namaste Trump) 24 फरवरी, 2020 को अहमदाबाद में आयोजित रैली थीं


◆ अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेजबानी की गई


◆ भारत में कोरोना महामारी को रोकने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिनों के लिए पूरे देश को लॉकडाउन रहने का आदेश दिया



युवा काफिला, मुंबई-


महाराष्ट्र के शिवसेना नेता संजय राउत ने नमस्ते ट्रम्प पर बयान देकर राष्ट्रीय राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात, बाद में मुंबई और दिल्ली में कोरोना वायरस फैलाने के लिए फरवरी में अहमदाबाद में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में आयोजित किया गया कार्यक्रम जिम्मेदार है, जिसमें ट्रंप के शिष्टमंडल के कुछ सदस्यों ने हिस्सा लिया था। राउत यहीं नहीं रुके उन्होंने केन्द्र सरकार की भी आलोचना करते हुए कहा कि लॉकडाउन बिना किसी योजना के लागू किया गया, लेकिन अब इसे हटाने की जिम्मेदारी राज्यों पर छोड़ दी गई है।


शिवसेना सांसद ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को गिराने की भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद महा विकास अघाडी सरकार को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि इसका अस्तित्व कायम रखना शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की मजबूरी है। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में अपने साप्ताहिक स्तंभ में राउत ने कहा, 'इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में एकत्रित हुए जनसमूह के कारण गुजरात में कोरोना वायरस फैला। ट्रंप के साथ आए शिष्टमंडल के कुछ सदस्य मुंबई, दिल्ली भी गए थे जिसके कारण वायरस फैला।'


ज्ञात हो कि ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी को अहमदाबाद में एक रोड शो आयोजित किया, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए । रोड शो के बाद दोनों नेताओं ने मोटेरा क्रिकेट मैदान में एक लाख से अधिक लोगों को संबोधित किया । गुजरात में कोरोना वायरस का पहला मामला 20 मार्च को सामने आया था जब राजकोट के एक व्यक्ति और सूरत की एक महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।


राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे महा विकास अघाडी सरकार को गिराने और कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम में विफल रहने का आरोप लगाकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने का कोई भी प्रयास आत्मघाती सिद्ध होगा। उन्होंने कहा, 'राज्य ने देखा है कि कैसे मनमानी से छह महीने पहले राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था और हटा लिया गया था।' राउत ने कहा, 'यदि राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए कोरोनावायरस मामलों से निपटने में विफलता को आधार बनाया जा रहा है तो कम से कम 17 अन्य राज्यों में भी यही किया जाना चाहिए जिनमें भाजपा शासित राज्य भी शामिल हैं। महामारी को रोकने में केंद्र सरकार भी विफल रही है क्योंकि उसके पास कोई योजना नहीं थीं।'


उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन बिना किसी योजना के पहले लागू किया गया और अब बिना किसी योजना के इसे हटाने की जिम्मेदारी राज्यों पर क्यों छोड़ दी गई है। इस अनिश्चितता से संकट और बढ़ेगा।' राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लॉकडाउन के विफल होने का सटीक विश्लेषण किया था।