◆ एसडीओपी बैतूल ने वॉट्सएप ग्रुप में लिखा संदेश, ट्रेन दुर्घटना में हताहत हुए सभी लोग कोरोना पॉजीटिव थे
◆ एसपी डीएस भदौरिया के बोल मेरी जानकारी में यह मामला आया है। इसको दिखवाया जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
◆ मनावर विधायक हीरा अलावा की तीखी आलोचना भरा पत्र मुख्यमंत्री शिवराज को
युवा काफिला, बैतूल-
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए भीषण ट्रेन हादसे में मध्यप्रदेश के 16 आदिवासी गोंड समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों की मौत का मजाक बनाते हुए मजबूर भारतीयों को एक रुप से कमजोर और कोरोना पीड़ित बताकर आत्महत्या करार देने वाले बैतूल के एसडीओपी विजय पुंज को बर्खास्त करने मनावर विधायक और जयस के राष्ट्रीय संयोजक हीरा अलावा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बर्खास्त करने पत्र लिखा हैं।
850 किमी में से 36 ही किमी पैदल चलने के बाद थक गए और पटरी पर सो गए
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बदनापुर-करमाड रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार सुबह जब एक मालगाड़ी गुजर रही थी, तभी उसने तड़के 5:15 बजे 16 से अधिक मजदूरों को कुचल दिया। इस हादसे में 16 मजदूरों की तो मौत हो गई है, जबकि अन्य मजदूर घायल भी हुए हैं। रेलवे की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, जिन मजदूरों की मौत हुई है, वो सभी मध्यप्रदेश के उमरिया और शहडोल जिले के निवासी थे। वे महाराष्ट्र के जालना में एसआरजी कंपनी में कार्यरत थे। 5 मई को इन सभी मजदूरों ने जालना से सफर शुरू किया, पहले ये सभी सड़क के रास्ते आ रहे थे लेकिन औरंगाबाद के पास आते हुए इन्होंने रेलवे ट्रैक के साथ चलना शुरू किया।
क्या था मामला
औरंगाबाद में हुए भीषण ट्रेन हादसे में मध्यप्रदेश के 16 आदिवासी गोंड समुदाय से लोगों के हताहत होने की घटना पर बैतूल के एसडीओपी विजय पुंज ने व्हाट्सएप के द्वारा बेतुका पोस्ट किया हैं।
क्या हैं व्हाट्सएप पोस्ट में
बैतूल के एसडीओपी विजय पुंज ने अपने द्वारा एक व्हाट्सएप ग्रुप में लिखा कि - उन्होंने इसे एक्सीडेंट न होकर इनके कोरोना पीड़ित होने का दावा किया हैं। उन्होंने यह भी लिख दिया कि ये सभी मानसिक रूप से थक चुके थे । जो भी है यह आत्महत्या ही मानी जाएगी एक्सीडेंट नहीं। एसडीओपी पुंज के द्वारा ग्रुप में यह मैसेज करने के बाद उसकी तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। वे ट्रोल हुए तो अपनी बातों से ही पलट गए और कहने लगे कि उन्होंने किसी मित्र को यह मैसेज किया था, लेकिन गलती से ग्रुप में चला गया। हालांकि मामले को एसपी डीएस भदौरिया ने बेहद संवेदनशीलता के साथ लेते हुए जांच कराने और नियमानुसार कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। दरअसल एक वेब पोर्टल द्वारा शासकीय सेवक और पत्रकार सोशल मीडिया ग्रुप पर औरंगाबाद में ट्रेन हादसे में मध्यप्रदेश के 16 मजदूरों की मौत की खबर दोपहर 12.59 मिनट पर जारी की थी। खबर जारी होने के करीब 1 घंटा 30 मिनट बाद दोपहर 1:31 बजे बैतूल एसडीओपी विजय पुंज ने उस खबर पर कमेंट लिखा वह काफी चौंकाने वाला था। एक तरफ जब प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक हादसे पर दुख जता रहे हैं ऐसे में पुलिस विभाग के प्रमुख पद पर बैठे अधिकारी द्वारा औरंगाबाद से कई किलोमीटर दूर बैतूल में बैठकर उसे आत्महत्या और कोरोना पीड़ित होने से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल किए जाने पर लोग नाराजगी जता रहे हैं। एसडीओपी विजय पुंज का कहना है कि किसी भी घटना के बाद जो सामान्य प्रतिक्रिया होती है वह मैं अपने एक मित्र को लिखकर भेज रहा था लेकिन गलती से वह अन्य ग्रुप पर चला गया। हालांकि पुुंज ने एक पोर्टल पर जारी हादसे की खबर पर रिप्लाई करते हुए सब कुछ लिखा है। इस मामले में एसपी डीएस भदौरिया का कहना है कि मेरी जानकारी में यह मामला आया है। इसको दिखवाया जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
विधायक हीरा अलावा का पत्र