◆ कोरोना के कारण बदलती जिंदगी
◆ युवा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के हो कायल होने को मजबूर
◆ दोस्तों स्व केवल मोबाइल पर हो रहीं हैं बातचीत
युवा काफिला, लाइफ-
मैं पिछले छः महीनों से वीडियो एडिटिंग और यूट्यूब पर वीडियो प्रकाशित करने का काम कर रहा हूँ। कई स्कूलों मे मेरे जो दोस्त हैं। मैं इन दोस्तों के साथ स्कूल और ट्यूशन में पढ़ाई करता था। लेकिन लॉक डाउन के कारण हम आपस में मिल नहीं पा रहे हैं। इसलिए अब वे मुझसे फोन करके एडिटिंग और अपलोडिंग के बारे मे सलाह ले रहे हैं। ऐसी सलाह देते हुए मैं उनसे घंटों तक बातें करता हूँ। अभी कुछ दिनों से वे मुझसे कुछ नई बातें भी पूछने लगे हैं। आजकल घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इसलिए बहुत सारे दोस्त मुझसे जानना चाहते हैं की अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कैसे किया जाए।
मैंने उनके सवालों को अपनी डायरी में नोट किया। उन सवालों की लिस्ट बनाई। इन सवालों के जवाब इंटरनेट पर सर्च करके मैंने नोट किए। फिर मैंने महसूस किया यह बातें मेरी उम्र के बच्चों के लिए और बाकी सब बड़े लोगों के लिए भी जरूरी है। इसलिए मैं इसे सब के फायदे के लिए प्रकाशित करवा रहा हूं।
ज़ूमज्या दोस्तों ने पूछा है, कि COVID-19 ने ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और उद्योगों पर क्या असर पड़ रहा है। उदाहरण के लिए - यूट्यूब, ज़ूम, टिक-टॉक, स्विग्गी और जोमैटो, किसी के साथ मास्क बनाना स्ट्रीट फूड और पोल्ट्री फार्मिंग के बारे में भी मुझसे पूछा गया है। पोल्ट्री फार्मिंग हालाकी ऑनलाइन सेवा नहीं है, लेकिन मेरे दोस्त चिकन खाना पसंद करते हैं इसलिए वह पूछ रहे हैं।
मेरा मानना है कि इन सभी प्लेटफार्मों में नए इस्तेमाल करने वालों के साथ के साथ कोरोना के कारण दिक्कतें आ रही हैं। लेकिन कुछ ऐप्स और कंपनियों के लिए COVID- 19 वरदान साबित हुई है। उदाहरण के लिए ज़ूम और उद्योगों जैसे कोविड-19 के लिए मास्क बनाने वाले लोगों के लिए बहुत फायदा हुआ है। उनका कारोबार अचानक बढ़ गया है।
1. मास्क बनाने वाले कारोबारी
कोविड-19 महामारी से बचने के लिए हम सबके पास एक मास्क होना चाहिए और उसका सही ढंग से इस्तेमाल करना चाहिए। यह मास्क हमें खुद भी पहनना चाहिए और दूसरों को भी समझाना चाहिए। अगर जरूरी हुआ तो इसकी क्वालिटी और कीमत भी बढ़ानी चाहिए। क्योंकि यह बीमारी बहुत लंबे समय तक हमारे साथ रहेगी। आजकल जो मास्क मिल रहे हैं उनकी क्वालिटी अच्छी नहीं है और कई लोग फायदा उठाने के लिए उसको महंगे दामों पर बेच रहे हैं। उदाहरण के लिए, लाभ के लिए Rs.20 पर Rs.10 बेच रहे हैं। आजकल मास्क बनाने वाले कारोबारीयो का काम बहुत बढ़ गया है और उनको बहुत फायदा हो रहा है।
2. ज़ूम
ज़ूम एक वीडियो कॉलिंग प्लेटफ़ॉर्म है जो इस COVID-19 के बीच में अचानक के दौरान प्रसिद्ध हुआ है, मुख्य रूप से ज़ूम का उपयोग ऑनलाइन कॉलिंग, मीटिंग और अन्य व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए किया गया था,। आजकल जब COVID-19 ने दुनिया, स्कूलों, कार्यालयों, कॉलेजों, कारखानों, आदि को बंद कर दिया है। इस दौरान स्कूल और कार्यालय अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं, इसलिए उन्हें एक बहुत अच्छा विकल्प मिला, और वे ज़ूम को बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर रहे हैं। ज़ूम मीटिंग में सैकड़ों लोग शामिल हो सकते हैं और ऑनलाइन कक्षाओं, बैठकों आदि में भाग ले सकते हैं। कोविड-19 का फैलाव जूम के लिए एक बड़ा टर्निंग पॉइंट है। अब गूगल डुओ की तुलना में जूम प्लेटफॉर्म सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला ऐप बन चुका है। इसके जरिए हम सभी लोग आपस में जुड़ सकते हैं और मीटिंग कर सकते हैं। मेरी सभी दोस्तों को सलाह है कि वे इसका इस्तेमाल करना सीखे और अपनी पढ़ाई के लिए इसका उपयोग करें। मैं खुद ही अपने घर में यही कर रहा हूं।
2. टिक टॉक:
अगर हम Tiktok के बारे में बात करते हैं, तो यह COVID - 19 से पहले ही बहुत प्रसिद्ध हो चुका था। लेकिन COVID -19 इसके लिए भी वरदान साबित हुआ। क्योंकि आजकल लोग घर में बैठे हैं और अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में टिक टॉक के माध्यम से हम पढ़ाई लिखाई के बारे में भी छोटे-छोटे वीडियो और लेक्चर बनाकर दूसरों को भेज सकते हैं। कोई दोस्त मैथमेटिक्स का या किसी भी विषय का सवाल पूछ सकता है। और दूसरा दोस्त टिक टॉक का वीडियो बनाकर उसको समझा के भेज सकता है।
3. यूट्यूब:
इस महामारी के दौरान youtube को भी बहुत बड़ा फायदा हुआ है। इस परिस्थिति का लाभ उठाने के लिए Youtube ने वहां कुछ परिवर्तन किए हैं। जैसे वीडियो की गुणवत्ता 480p (अधिकतम) कर दी गई है । ऐसा इसलिए है कि हाई क्वालिटी डाटा स्ट्रीमिंग के कारण सरवर पर लोड बढ़ सकता है। अभी भी मोबाइल और लैपटॉप के लिए वीडियो क्वालिटी कम कर दी गई है। वैसे इसका हमें कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। मैं सभी बच्चों को सलाह देता हूं कि वे यूट्यूब पर अपने पढ़ाई लिखाई के संबंध में वीडियो देखें और सीखें। समय का पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करें। यूट्यूब पर हजारों वीडियो है जो आपकी क्लास के और आपकी विषय के बारे में जानकारी देते हैं। अब कुछ कंपनियों और उद्योगों के बारे में बात करते हैं जिनमें भारी गिरावट आई है:
1. स्ट्रीट-फूड चेन:
भारत में सड़क किनारे मिलने वाले समोसे कचोरी पकोड़े की दुकानें अचानक बंद हो गई है। भारत में स्ट्रीट-फूड का गरीब लोगों के लिए बड़ा महत्व है। कई लोगों के लिए यह छोटा सा बिजनेस उनकी आजीविका है। लेकिन महामारी के लिए भारत के लोगों ने स्ट्रीट-फूड बंद हो गए हैं। इस कारण हजारों लाखों गरीबों की आजीविका खत्म हो गई है। किसी के साथ करोड़ों अन्य लोगों के लिए सस्ता भोजन और रास्ता मिलना भी बंद हो गया है। सब तरफ कामकाज ठप हो गया है।
2. मुर्गी पालन:
पोल्ट्री फार्मिंग पशुपालन का रूप है। यह भोजन के लिए मांस या अंडे का उत्पादन करने के लिए पालतू पक्षियों जैसे मुर्गियों, बत्तखों, टर्की और गीज़ को पालने से जुड़ा है। कोरोनो वायरस के कारण पोल्ट्री फार्मिंग की स्थिति बहुत खराब हो गई है। इससे जुड़े हुए लोग संख्या में बेरोजगार हो गए हैं। ऐसी अफवाह उड़ाई गई कि मांस और अंडों से भी बीमारी फैल सकती है। हालांकि वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। फिर भी लोग आप वहां से डर कर मांस और अंडा नहीं खा रहे हैं।
3. स्विगी और जोमाटो:
COVID-19 के दौरान Swiggy और Zomato दोनों में भारी गिरावट आई है। यहां तक कि हर प्रकार की खानपान से जुड़ी गतिविधियों मैं कभी आई है। आप सभी लोग घर पर अपने हाथ से बना कर खा रहे हैं। सभी को बाहर निकलने में डर लगता है। इसीलिए ऑनलाइन खाना पहुंचाने वाली सभी सर्विसेज बहुत कमजोर हो गई हैं।
4. अमेज़ोंन:
अमेज़ॅन दुनिया का 3 सबसे बड़ा ब्रांड है, जो मंदी का सामना कर रहा है। अमेज़न के वैश्विक व्यापार मे अकेले भारत में ही लॉक डाउन के कारण $ 398 मिलियन का नुकसान हुआ है। इसके कारण बहुत सारे छोटे छोटे व्यापारियों और बड़ी कंपनियों को भी करोड़ों अरबों रुपए का नुकसान हो रहा है। लेकिन आप लोग डाउन के खुलने के बाद इसकी गतिविधियां बढ़ रही है। मेरे कई दोस्त आप अपनी जरूरत की चीजें आर्डर कर रहे हैं। मैं उन्हें सलाह देना चाहता हूं कि सामान मंगवा दे वक्त बहुत सावधान रहें। कभी कोई डिलीवरी आती है तब मास्क पहनकर सामान लेना चाहिए। सामान को सैनिटाइज करके इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करते हुए सावधानी से हाथ धोने चाहिए।
5. ओला,ऊबर:
आजकल लोग घर से बाहर नहीं जा पाने के कारण सफर नहीं कर रहे हैं। ऐसे मे ऑनलाइन टेक्सी सर्विस भी ठप्प हो गयी है। अब सभी लोग जरूरत परदेन पर अपनी ओटर्बाइक, कार या साइकिल से चल रहे हैं। लंबा सफर बंद हो गया है। इसलिए ऑनलाइन टेक्सी के ड्राइवर भी बेरोजगार हो गए हैं।
मैं आगे भी ऐसी जरूरी बातें आपके सामने लाता रहूँगा। आप सभी अपना ख्याल रखिएगा।
विचार- शिवाँश बाली, भोपाल
विचारक शिवांश बाली कक्षा सातवीं के विद्यार्थी हैं।