◆ बिहार: क्वारेंटाइन सेंटर में मजबूर मजदूरों के खाने में निकले कीडे
◆ मजबूर मजदूरों ने मचाया हड़कंप
◆ यह पहला मामला नहीं
युवा काफिला, पटना-
एक और केंद्र की भाजपा सरकार है जो मजदूरों को ट्रेन के मार्फत वापस नहीं ला पा रही है,.मजबूर मजदूर या तो पटरी- पटरी पैदल आ रहे हैं या रोड से अपने घरों का रास्ता नाप रहे हैं । वहीं दूसरी ओर बिहार की नीतीश सरकार के दावों की पोल गोपालगंज खोल रहा है, जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर के खाने में कीड़े निकले हैं ।देश में कोरोना वायरस का कहर थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। जहां देशवासी वायरस से लड़ रहे हैं तो वहीं शासन-प्रशासन में बैठे लोगों से भी जूझना पड़ रहा हैं। बिहार के गोपालगंज जिले से एक ऐसी ही हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। दरअसल, गोपालगंज के एक क्वारंटाइन सेंटर में मजदूरों के खाने में कीड़े निकलने से हड़कंप मच गया।
गोपालगंज मामला
मामला बिहार के गोपालगंज जिले के मानिकपुर कन्या हाई स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर का है। जहां मजदूरों के खाने में कीडे़ निकलने पर श्रमिकों ने जमकर हंगामा किया। मामला बढ़ता देख इसकी सूचना जिला प्रशासन के अधिकारियों को दे दी गई। मजदूरों का आरोप है कि इसी तरह पिछले कुछ दिनों से उन्हें गंदा खाना खिलाया जा रहा है। शिकायत के बावजूद भी उसमें कोई सुधार नहीं किया गया।
मजदूरों के मुताबिक हैं अव्यवस्था
साथ ही मजदूरों का कहना है कि यहां पर मच्छर भी भारी संख्या में है। इसके मच्छरदानी मांगी गई लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। मजदूरों के मुताबिक यहां पर कुल 110 प्रवासी मजदूर बाहर से आकर ठहरे हैं इसमें कितने मजदूरों को मच्छर काटने से शरीर पर जख्म हो गया है फिर भी प्रशासन नींद से नहीं जाग पा रहा है। मामला सुर्खियों में आने के बाद गोपालगंज के बीडीओ पंकज कुमार ने तत्काल भोजन हटाने और साफ खाना मंगवाने के आदेश दिए। उनके मुताबिक मजदूरों की सारी मांगे पूरी की जाएगी।
आम बात हैं यहां
गौरतलब है कि इस क्वारंटाइन सेंटर की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी 9 मई को शौचालय की बंदी के कारण हंगामा हुआ था। जिसके कारण मजदूरों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था। 13 मई को भी नाश्ता और भोजन की क्वालिटि को लेकर हंगामा हो चुका है।