जैव विविधता दिवस/ जानिये आज क्या हैं खास?
◆ आज हैं जैव विविधता दिवस

◆ इसे जैव विविधता संरक्षण दिवस भी कहते हैं

◆ अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस-2019 का विषय “हमारी जैव विविधता, हमारा खाद्य एवं हमारा स्वास्थ्य" 

           

 

युवा काफिला, भोपाल-

जैव विविधता दिवस अथवा विश्व जैव विविधता संरक्षण दिवस प्रतिवर्ष सम्पूर्ण विश्व में '22 मई' को मनाया जाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने प्रारंभ किया था। जैव विविधता सभी जीवों एवं पारिस्थितिकी तंत्रों की विभिन्नता एवं असमानता को कहा जाता है। 1992 में ब्राज़ील के रियो डि जेनेरियो में हुए जैव विविधता सम्मेलन के अनुसार जैव विविधता की परिभाषा इस प्रकार है: "धरातलीय, महासागरीय एवं अन्य जलीय पारिस्थितिकीय तंत्रों में उपस्थित अथवा उससे संबंधित तंत्रों में पाए जाने वाले जीवों के बीच विभिन्नता जैवविविधता है।"

2017 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme) "जैव विविधता और सतत पर्यटन" (Biodiversity and Sustainable Tourism) है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2000 में ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ ने 22 मई को ‘अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस’ के रूप में घोषित किया था।

महत्त्व

जीवन में जैव विविधता का काफी महत्व है। हमें एक ऐसे पर्यावरण का निर्माण करना है, जो जैव विविधता में समृद्ध, टिकाऊ और आर्थिक गतिविधियों के लिए अवसर प्रदान कर सके। जैव विविधता के कमी होने से प्राकृतिक आपदा, जैसे- बाढ़, सूखा और तूफ़ान आदि आने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। अत: हमारे लिए जैव विविधता का संरक्षण बहुत जरूरी है।

जैव विविधता वाले देश

विश्व के समृद्धतम जैव विविधता वाले 17 देशों में भारत भी सम्मिलित है, जिनमें विश्व की लगभग 70 प्रतिशत जैव विविधता विद्यमान है। अन्य 16 देश हैं- ऑस्ट्रेलिया, कांगो, मेडागास्कर, दक्षिण अफ़्रीका, चीन, इंडोनेशिया, मलेशिया, पापुआ न्यू गिनी, फिलीपींस, ब्राज़ील, कोलम्बिया, इक्वेडोर, मेक्सिको, पेरू, अमेरिका और वेनेजुएला। संपूर्ण विश्व का केवल 2.4 प्रतिशत भाग ही भारत में है, लेकिन यहां विश्व के ज्ञात जीव जंतुओं का लगभग 5 प्रतिशत भाग निवास करता है।