◆ महाकारुणिक बुद्ध के मैत्री और करुणा से जीतेंगे हम कोरोना की जंग
◆ ऐसे में बुद्ध के एकता के संदेश को लगायेंगे गले और सभी देश आपस में मिलकर इस घातक वायरस को फैलने से रोकेंगे
◆ जरूरतमंद लोगों की सेवा करेंगे सेवा
युवा काफिला, भोपाल-
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने वेसाक दिवस (वैशाख दिवस - बुद्ध पूर्णिमा) के लिए अपने संदेश में कहा कि जब विश्व कोविड-19 वैश्विक महामारी से जूझ रहा है, ऐसे समय में बुध्द का मैत्री और करुणा के साथ दूसरों की सेवा करने का बुद्ध का संदेश बहुत मायने रखता है।
उन्होंने कहा कि विश्व के सभी देश आपस में मिलकर काम करके इस घातक वायरस को फैलने से रोक सकते हैं और इस पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
‘वेसाक दिवस’ (वैशाख दिवस को भारत में वैशाख पूर्णिमा) बुद्ध के जन्म, उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति और उनके महा परिनिर्वाण की स्मृति में मनाया जाता है।
गुतारेस ने इस बार सात मई को मनाए जाने वाले वेसाक दिवस के लिए अपने संदेश में कहा
‘‘जब हम महाकारुणिक बुुद्ध के जन्म, उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति और उनके निर्वाण को याद कर रहे हैं, ऐसे में हम उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा ले सकते हैं। मानवता कोविड-19 वैश्विक महामारी से पीड़ित है, ऐसे में हमें एक सूत्र याद आ रहा है: ‘क्योंकि आप सभी मनुष्य बीमार है, इसलिए मैं भी बीमार हूं’।’
गुतारेस ने कहा कि महाकारुणिक बुद्ध का दिया संदेश एकता एवं जरूरतमंद लोगों की सेवा का आज अधिक महत्व है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सब मिलकर ही कोरोना वायरस को रोक सकते हैं और उससे उबर सकते हैं।"
दुनियाभर के करोड़ो बौद्ध अनुयायी वेसाक दिवस मनाएंगे, ऐसे में गुतारेस ने सभी देशों से अपील की है कि वे करुणा एवं एकजुटता के साथ दूसरों के लिए काम करके और ‘‘एक शांतिपूर्ण दुनिया के निर्माण की प्रतिबद्धता दोहरा कर’’ महाकारुणिक बुद्ध की शिक्षाओं पर अमल करें।