◆ एमयू के कुलपति द्वारा आयुर्वेद दवाओं पर प्रश्न चिन्ह एवं विरोध का जबरदस्त विरोध
◆ प्रदेश के समस्त कुलपतियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग में बिगड़े बोल
युवा काफ़िला भोपाल-
प्रदेश के राज्यपाल की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मैं कोविड-19 के लिए भारत सरकार द्वारा वितरित किए जा रहे हैं आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से तैयार कार्ड की प्रमाणिकता के बारे में मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ टी एन दुबे की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की प्रदेश में नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन ने भी इसके विरोध में उतर कर सामने आ गया फिर देश के बड़े-बड़े आयुर्वेदिक संगठनों ने इस पर रोज प्राप्त किया के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेश गुप्ता व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ शशांक राय ने बताया कि एसोसिएशन अमीर कुलपति की मंशा का विरोध करता है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल लालजी टंडन को सोशल मीडिया के माध्यम से पत्र भेजकर तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने के लिए उचित कार्रवाई की मांग की ।
कुलपति के बिगड़े बोल
शुक्रवार को हुई प्रदेश के समस्त कुलपतियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग में जिसकी अध्यक्षता स्वयं कुलपति ही कर रहे थे। इनके द्वारा कुलपति डॉ टी एन दुबे जी से भारत सरकार द्वारा वितरित किए जा रहे आयुर्वेदिक काढ़ा जिस का संचालन मध्यप्रदेश शासन की समस्तआयुर्वेद महाविद्यालयो द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने हेतु किये जा रहे कार्यो की समीक्षा के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने यह कहा कि मैं आयुर्वेद के नतीजों पर विश्वास नहीं करता एवं आयुर्वेद पद्धति पर प्रश्न चिन्ह लगाया।