◆ पूर्व जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा का बयान मुख्यमंत्री स्वयं लोगों के बीच क्यों नहीं आते
युवा काफिला,भोपाल
पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान 'कोरोना सर्दी-जुकाम की तरह है, डरें नही सिर्फ समय पर इलाज कराएं' को हास्यादपद बताया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी लोगों से कह रहे है दो गज दूरी बनाकर रखो फिर इन सब बातों की जरुरत ही नही है। फिर परमीशन दो जो मजदूर जहां जा रहे है उन्हें जाने दो। मध्यप्रदेश सरकार से बाहर से आऩे वाले मजदूरों की मौत और मध्यप्रदेश के मजदूरों की एक्सीडेंट, पैदल और अन्य घटनाओं में होने वाली मौत पर मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड रुपये देने की मांग की है। शर्मा ने मंत्री मंडल के विस्तार पर कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढता जा रहा है इसलिए पहले कोरोना से लडाई लडना चाहिए बेरोजगार युवाओँ को 10 हजार रुपये का भत्ता, गरीबों को 7500 रुपये की आर्थिक सहायता देना चाहिए।
शर्मा ने मुख्यमंत्री से यह भी सवाल किया कि फिर प्रदेश में कैसे 4414 कोरोना संक्रमित मरीज कैसे हो गए और 235 लोगों की जाने कैसे चली गई। उन्होने कहा कि यदि कोरोना सर्दी जुकाम ही है तो प्रदेश में लॉक डाउन खत्म कर देना चाहिए और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को समिधा, मंत्रालय जाना चाहिए और सडकों पर लोगों के बीच में जाना चाहिए। शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के पुजारियों, गरीबों को 7500 रुपये प्रतिमाह और पुजारियों को पूजा पाठ के लिए 5 हजार रुपये री आर्थिक सहायता देने की मांग का स्वागत करते हुए कहा है कि आज कोरोना महामारी के समय पुजारी आज हाथ पर हाथ रखकर बैठे है जिनका सोर्स आफ इऩकम केवल पूजा पाठ ही था वह बंद हो चुका है इसलिए इन्हें तत्काल सहायता मिलना चाहिए।