आखिर क्यों/ आयुष इंटर्नशिप करने वाले चिकित्सकों से नहीं मिले मुख्यमंत्री आखिर क्यों?

◆ 4 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को देने गए थे ज्ञापन


◆ नहीं मिले मुख्यमंत्री तो दिया भोपाल कलेक्टर को ज्ञापन


◆ बैरंग लौटे इंटर्न आयुष चिकित्सक


◆ तेज धूप में इंतजार करते रहे डॉक्टर



युवा काफिला, भोपाल-


4 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुचे आयुष इंटर्न चिकित्सको को वल्लभ भवन के बाहर ही रोक दिया गया । चिकित्सक तेज धूप में इंतज़ार करते रहे, बावजूद इसके उन्हें मुख्यमंत्री ने मिलने का समय नहीं दिया । चिलचिलाती धूप में मुख्यमंत्री की ओर से कोई इशारा न आता देख समस्त चिकित्सको ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर अपनी माँगो से अवगत करवाया । 



कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही माँगो को पूरा किया जायेगा।


क्या हैं मांग-



चित्र : कलेक्टर भोपाल को ज्ञापन देते गए डॉ शशांक राय - प्रदेशाध्यक्ष नीमा विद्यार्थी प्रकोष्ठ


मध्यप्रदेश में इंदौर और भोपाल कोरोना के ऐसे रोड रेड जोन बन गए हैं, जिनमें पीपीई कीट पहन कार्य करना अत्यंत दुखदाई है। फिर भी इस कोरोना वायरस काल में आयुष विभाग के इंटर्नशिप के चिकित्सक अपनी जान की बाजी लगाकर निरतंर कोरोना ड्यूटी कर रहे हैं। आयुष इंटर्न चिकित्सक जयप्रकाश जिला चिकित्सालय भोपाल में विगत लगभग 50 दिनों से कार्यरत हैं इस दौरान समस्त चिकित्सकों की ड्यूटी को  सैंपल कलेक्शन, स्क्रीनिंग, ओपीडी आदि में लगातार लगाई जा रही है परंतु शासन की ओर से किसी भी प्रकार का अतिरिक्त बोनस, प्रोत्साहन राशि प्रदान नहीं की जा रही है वहीं दूसरी ओर आदेश क्रमांक एनएचएम/2020/6094  के अंतर्गत कोविड-19 की जांच हेतु सैंपल कलेक्शन कार्य हेतु डेंटल सर्जन टीम को प्रति सैंपल कलेक्शन ₹100 अधिकतम ₹2000 प्रति दिवस के मान से राशि का निर्धारण किया गया है। जबकि कोविड-19 की जांच हेतु सेम्पल कलेक्शन के कार्य में आयुष इन्टर्न निरंतर 55 दिनों से कार्य कर रहे हैं और यह शासन के आयुष चिकित्सकों के साथ हो रहे भेदभाव को दर्शाता हैं।