◆ हरियाणा कैडर की महिला आइएएस अफसर रानी नागर उत्पीड़न की शिकार
◆ 2014 बैच की आइएएस अधिकारी रानी नागर
◆ फेसबुक पोस्ट के माध्यम से रखी अपनी बात
युवा काफिला,लखनऊ-
जहां एक ओर संपूर्ण विश्व कोरोना वायरस (कोविड-19) की जंग लड़ रहा है वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले की निवासी और हरियाणा कैडर की महिला आइएएस अफसर रानी नागर ने अपने ही उच्च अधिकारियों पर उत्पीडऩ किए जाने और परिवार सहित स्वयं की जान को खतरा होने का संदेश फेसबुक के माध्यम से दिया । इस घटना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने रोष व्यक्त करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। शनिवार को मायावती ने ट्वीट करके सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा।
उन्होंने लिखा, 'यूपी के जिला गौतमबुद्धनगर की मूल निवासी व हरियाणा कैडर के 2014 बैच की आइएएस अधिकारी रानी नागर ने अपने कुछ उच्च अधिकारियों पर उत्पीडऩ व बहन सहित अपनी जान को खतरे के विरोध में अंतत: इस्तीफा देने की जो बात कही है, यह अति गंभीर मामला है। सरकार इसका तुरंत उचित संज्ञान ले। अनेक शिकायतों के बावजूद इस महिला आइएएस अधिकारी के खिलाफ जारी उत्पीडऩ मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, यह बीएसपी की हरियाणा व केंद्र सरकार से मांग है।
लॉकडाउन के चलते रानी नागर चंडीगढ़ के यूटी गेस्ट हाउस में ठहरी हुई हैं। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इसलिए वह तथा उनकी बहन चंडीगढ़ से बाहर नहीं जा सकते। चंडीगढ़ से आगे गाजियाबाद तक के रास्ते बंद हैं। उन्होंने कहा कि वह लॉकडाउन व कर्फ्यू खुलने के बाद वह अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन के साथ पैतृक शहर गाजियाबाद में बसेंगी।