भोपाल-
मध्यप्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच राज्यपाल लालजी टंडन ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट 16 मार्च को कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्यपाल की इस चिट्ठी से एक बार फिर भोपाल की सर्द रात में सियासत गरम हो गयी है। राज्यपाल ने सूबे की कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट कराने के लिए विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखा है। ज्ञात हो कि विधानसभा सत्र का शुभारंभ 16 मार्च को सुबह 11 बजे ही होना है और संविधान के अनुच्छेद 176 के अनुसार राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा। मतदान की प्रक्रिया बटन दबाकर पूरी की किया जावेगी। इस फ्लोर टेस्ट की वीडियोग्राफी विधानसभा स्वतंत्र व्यक्तियों या एजेंसी से कराएगी।
इसके अलावा बागी विधायकों के वापस भोपाल आने पर भी चर्चा हुई। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गये थे।
गौरतलब हैं कि विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति कांग्रेस के बागी विधायकों को 15 मार्च तक पेश होने का नोटिस जारी कर चुके हैं।
कांग्रेस के बागी विधायकों को कोरोना वायरस से ग्रसित होने का 'खतरा' सता रहा है। सूत्रों के अनुसार ये बागी विधायक अब मेडिकल सर्टिफिकेट हासिल करने की जुगत में हैं। विधायकों को डर है कि बेंगलुरू से भोपाल लौटने के के बाद इन लोगों को क्वारेंटाइन किया जा सकता है। खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस बात की चर्चा थी कि शुक्रवार को 22 कांग्रेस विधायक बेंगलुरू एयरपोर्ट पर पहुंचे थे।
वहां इन्हें बताया गया कि भोपाल एयरपोर्ट पर इनकी जांच की जा सकती है और संभव है कि इन लोगों को आइसोलेशन में भेज दिया जाए। माना जा रहा था कि इस कदम से कमलनाथ सरकार भोपाल पहुंचने पर विधायकों को आइसोलेशन में रख सकती है जिससे कमलनाथ सरकार के नुमाइंदों को कुछ समय मिल जाएगा।
नाम न छापने की शर्त पर एक भाजपा नेता ने बताया कि इन विधायकों की पहले बेंगलुरू एयरपोर्ट पर ही जांच कराई जाएगी। इसके बाद ये लोग हेल्थ सर्टिफिकेट लेकर जाएंगे। इससे इन लोगों की दुबारा भोपाल एयरपोर्ट पर जांच कराने की जरूरत नहीं रहेगी। अब इन बागी विधायकों के रविवार को भोपाल पहुंचने की उम्मीद है।
ज्ञात हो कि भोपाल के स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने शुक्रवार को कहा था कि विधायकों को भोपाल आने पर सभी जरूरी ऐहतियात बरती जाएंगी। भनोट का कहना था कि कोरोना वायरस एक बड़ा खतरा है, ऐसे में भोपाल आने वाले सभी लोगों के साथ जरूरी सावधानियां बरती जाएंगी। ऐसे में हम विधायकों के लिए भी वहीं प्रक्रिया अपनाएंगे।