(कालाराम मंदिर प्रवेश सत्याग्रह दिन विशेष) -
डॉ. अम्बेडकर कहते है हमे कालाराम मंदिर मे प्रवेश करके किसी की आस्था का अपमान नही करना बल्कि हम इस देश मे स्थापित असमानता की व्यवस्था,अंधविश्वास,जात-पात, छूआ-छूत को मिटाना चाहते हैं। जिस मंदिर मे कुत्ते,बिल्ली और कोई भी जानवर तो प्रवेश कर सकते है परंतु एक जिंदा मानव नहीं???? ऐसी असमानता क्यों....???
यह कोई पूजा का नही बल्कि अधिकारों का सत्याग्रह हैं ।
उसी असमानता की व्यवस्था नष्ट करने हेतु डॉ. बाबा साहब आम्बेडकर ने 2 मार्च 1930 को कालाराम मंदिर मे प्रवेश किया।