भोपाल-
कमलनाथ सरकार पर अचानक आए संकट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आनन-फानन में राज्य के डीजीपी को तक बदल दिया गया। डीजीपी वीके सिंह की जगह पर विवेक जौहरी को राज्य का नया डीजीपी बनाया गया है। 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी विवेक अभी तक बीएसएफ के डीजी पद पर नियुक्त थे। वहीं जौहरी खुफिया एजेंसी रॉ में विशेष सचिव के पद पर भी रह चुके हैं। जानकारी के मुताबिक वीके सिंह को खेल और युवा कल्याण संचालक बनाया गया है। उधर, एसपी और बीएसपी के विधायकों ने भी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कांग्रेस को अपने बयानों पर लगाम लगाने की चेतावनी भी दी है। ज्ञात हो कि बीते कई दिनों से कमलनाथ सरकार से कई मुद्दों पर गतिरोध होने के कारण वर्तमान पुलिस महानिदेशक वीके सिंह की पटरी सरकार से नहीं बैठ पा रही थीं ।
डीजीपी वीके सिंह को हटाने की बड़ी वजहें-
हनीट्रैप एसआईटी चीफ नियुक्ति विवाद-
मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप कांड की जांच के लिए गठित एसआईटी के प्रमुख की नियुक्ति को भी लेकर राज्य सरकार ने नाराजगी जाहिर की थी। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डीजीपी ने सरकार से बगैर बातचीत के ही एसआईटी चीफ बना दिया था। जिसे सरकार ने 48 घंटे में ही बदल दिया था।
पुलिस कमिश्नर प्रणाली पर विवाद-
मध्यप्रदेश के बड़े शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लागू करने को लेकर भी कई मुद्दों पर राज्य सरकार और डीजीपी के बीच मतभेद थे। इस मुद्दे पर आईएएस और आईपीएस एसोसिएशन में भी एक राय नहीं बन सकी थी।
राजगढ़ कलेक्टर का थप्पड़ कांड-
राजगढ़ कलेक्टर द्वारा एक पुलिस अधिकारी को मारे गए थप्पड़ कांड को लेकर राज्य सरकार डीजीपी वीके सिंह से नाखुश थी। उन्होंने खुद पत्र लिखकर राज्य सरकार से कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई को कहा था।