भोपाल-
मध्य प्रदेश में भाजपा ने भले ही कमलनाथ को नहीं पछाडा, लेकिन सत्ता की चाह आज तक उसने नहीं छोड़ी है। आज कांग्रेस सरकार के लगभग 15 विधायक जिनमें निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में देखा गया तो कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे और फिर चर्चा में आ गया ऑपरेशन लोटस ।
पूर्व मुख्यमंत्री व मध्यप्रदेश कांग्रेस के संकटमोचक दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा प्रदेश के कांग्रेस, बसपा, समाजवादी पार्टी और निर्दलीय के विधायकों को बंधक बनाकर दिल्ली लाई थी। सूत्रों के अनुसार बसपा के 2 (1 निलंबित), एक निर्दलीय और 6 कांग्रेसी विधायकों को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में ठहराने का दावा किया। हालांकि कांग्रेस ने दावा किया है कि उन्होंने बीजेपी के कब्जे से छह विधायकों को छुड़ा लिया है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा बीजेपी पर लगाए गए हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर मंगलवार से ही मिडनाइट तक सियासी ड्रामा चलता रहा। इससे पूर्व सिंह ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने विधायकों को पाला बदलने के लिए 5-10 करोड़ रुपए का ऑफर दिया ।
प्रदेश में पथरिया से बसपा के रमाबाई, भिंड से संजीव कुशवाहा अनूपपुर सीट से कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल, सुवासरा से कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग, सुमावली से कांग्रेस विधायक एंदल सिंह कंसाना, मुरैना से कांग्रेस विधायक रघुराज कंसाना, दिमनी से कांग्रेस विधायक गिरीराज दंडोतिया, गोहद से कांग्रेस विधायक रणवीर जाटव, सपा विधायक राजेश शुक्ला और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ऐसे विधायक हैं, ये उन विधयकों की लिस्ट हैं जिसकी वजह से कमलनाथ सरकार पर आज संकट के बादल छा गए थे।
इसी बीच सूबे के वन मंत्री उमंग सिंघार ने ट्विटर पर लिखा- 'माननीय कमलनाथ जी की सरकार पूर्ण रूप से सुरक्षित है। यह राज्यसभा में जाने की लड़ाई है, बाकी आप सब समझदार हैं।' इस ट्वीट के साथ उन्होंने मजाक करने वाली तीन स्माइली डाली हैं। उनका यह बयान दिग्विजय सिंह से जोड़कर देखा जा रहा है।
वहीं बालाघाट जिले की वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक के रूप में चुनाव जीते और कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे सरकार के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में जब तक कमलनाथ सरकार है, तब तक वह उनके साथ हैं। उसके बाद यदि कोई अन्य सरकार बनती है तो मैं क्षेत्र की जनता के विकास के लिए सरकार के साथ रहूंगा। सरकार किसी की भी बने, वे उसे समर्थन देंगे।