मध्यप्रदेश का सियासी संकट/मुश्किल में सरकार, कांग्रेस के 15 विधायक अब भी भाजपा के पाले में

मध्यप्रदेश का सियासी संकट/मुश्किल में सरकार, कांग्रेस के 15 विधायक अब भी भाजपा के पाले मे
नई दिल्ली- 
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल घिर गए हैं। भाजपा नेताओं के पाले में अब तक 15 विधायक आ चुके हैं। हालांकि भाजपा के दो विधायक अब भी गायब हैं, जिनमें मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे की रणनीति के लिए केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की। सूबे की कमलनाथ सरकार संकट में हैं, अभी 15 और विधायक उनके संपर्क में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 विधायक गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किये हैं। 



मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही शह और मात का खेल खेल रहे हैं। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। इसके बाद रात में ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। सूत्रों के अनुसार, अभी भी 4 विधायकों की लोकेशन नहीं मिल रही है। इनमें कांग्रेस के बिसाहूलाल, हरदीप सिंह डंग, रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा शामिल हैं।