नई दिल्ली-
कोरोना वायरस भारत से प्रभावित गिने-चुने 25 मरीजों की शिनाख्त हुई हैं। लेकिन इस बीमारी की दहशत ने नई- नई अफ़वाहों को जन्म दे दिया है। इन अफ़वाहों ने मुर्गे के कारोबार को तगड़ी चोट पहुंचाई है। लोग में यह धारणा बन रही है कि मांस मछली खाने और ख़ासतौर से मुर्गा खाने से यह बिमारी फैलती है। इसलिए लोग मुर्गा खाने से बच रहे हैं। जिसकी वजह से मुर्गे का रेट लगातार गिरता जा रहा है। जिससे पोल्ट्री फॉर्म संचालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालत ये है कि कई राज्यों और ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों मुर्गे का रेट कद्दू और बैगन से भी कम हो गया है।आलम यह है कि मुर्गे की कीमत 50 से 60 रु किलो तक पहुंच गई है, जबकि अंडा 70 दर्जन बिक रहा है । जो मुर्गा कल तक 120 रुपये किलो तक बिक रहा था। अब उसे खरीदने में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। जबकि उसकी कीमत 50 से 60 किलो तक पहुंच गई है ।व्यवसायियों का कहना है कि मुर्गे में कोरोना वायरस फैलने की अफवाह इस कदर फैली है कि लोग मुर्गा नहीं खा रहे हैं।
हांलाकि अभी तक मांसाहार खाने से कोरना वायरस फैलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।