सिरपुर-
छत्तीसगढ़ के सिरपुर में अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट कॉन्फ्रेंस चल रही है। कई देश के प्रतिनिधि आए हैं।
सिरपुर का प्राचीन नाम लोग श्रीपुर बता रहे हैं। मगर पुरातत्व में " श्री " का इस्तेमाल सबसे पहले समुद्रगुप्त की प्रयाग - प्रशस्ति में मिलता है। जबकि सिरपुर का इतिहास समुद्रगुप्त से प्राचीन है।
सिरपुर एक बड़ा बौद्ध स्थल है। यहाँ खुदाई में अनेक बौद्ध विहार और स्तूप मिले हैं।
दरअसल सिरपुर का नाम सिरिपुर है। श्री का पूर्व रूप सिरि है।
बौद्ध राजे और रानियाँ, जिन्हें बुद्धिज्म में विश्वास था, अपने नाम में सिरि लगाते थे।
सातवाहन वंश के राजे और इखाकु वंश की तमाम रानियों के नाम में सिरि मिलता है।
इन वंशों के शिलालेखों और सिक्कों पर सिरि की भरमार है, जबकि श्री का लेखन समुद्रगुप्त से पहले कहीं पुरातत्व में मिलता नहीं है।
सिरि वास्तव में बौद्ध अनुयायी होने का सूचक शब्द है। यहीं सिरि दक्षिण में तिरु है, जो तिरुपति और तिरुवनंतपुरम में है।
इसलिए सिरपुर का मतलब बुद्ध के अनुयायियों का नगर है।
यदि इतिहासकार यह मानते हैं कि श्रीनगर को सम्राट अशोक ने बसाया था तो ठीक ही मानते हैं। बशर्ते कि यह मान लिया जाए कि श्रीनगर का भी मूल नाम सिरिनगर था, वहीं जैसे सिरिपुर।