भोपाल-मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश में 14 महीनों की सरकार चलाने के बाद एक बार पुनः बड़े
फेरबदल करने के मूड़ में हैं। मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं कि किन मंत्रियों के साथ उनके प्रमुख सचिवों की पटरी नहीं बैठ पा रही और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद किन अधिकारियों के पास प्रमुख विभागों का दोहरा प्रभार है।
गोपाल रेड्डी हो सकते हैं नए मुख्य सचिव, 31 मार्च को रिटायर होंगे मोहंती-
जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव व 1985 बैच के आईएएस एम गोपाल रेड्डी मप्र के नए मुख्य सचिव हो सकते हैं। इसका आदेश 31 मार्च को निकलेगा। मौजूदा सीएस एसआर मोहंती 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं।
छिंदवाड़ा कलेक्टर रहने का मिल सकता हैं फायदा -
मुख्यमंत्री कमलनाथ से रेड्डी की नजदीकीयां पुरानी है। वे 6 जुलाई 1992 से 19 सितंबर 1994 तक छिंदवाड़ा कलेक्टर रह चुके हैं। शासन में अलग-अलग पदों में रहने के बाद वे अक्टूबर 2002 से दिसंबर 2015 तक केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और दिसंबर 2015 से मार्च 2017 तक अतिरिक्त सचिव रहे। इसके बाद मप्र लौटे लेकिन दो माह तक अवकाश पर गए और मई 2017 में उनकी वापसी हुई। इसके बाद शिवराज सरकार ने उन्हें राजस्व मंडल ग्वालियर भेजा था। मप्र में कांग्रेस सरकार बनने के बाद वे मुख्य धारा में लौटे। हालांकि ये भी सितंबर में रिटायर हो जाएंगे।
सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के साथ जिन अधिकारियों का संतुलन विभागीय मंत्रीगणों से नहीं बन पा रहा, उनमें खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और प्रमुख सचिव नीलम शमी राव, मंत्री ओमकार सिंह मरकाम और प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी और प्रमुख सचिव अनुपम राजन, मंत्री तरुण भनोत और अपर मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ मंत्री जयवर्धन सिंह और प्रमुख सचिव संजय दुबे शामिल हैं। हरिरंजन राव के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने, गौरी सिंह के नौकरी से त्यागपत्र देने और प्रमोद अग्रवाल के कोल इंडिया के सीएमडी बनने के बाद वीएल कांताराव और नीलम शमी राव भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले हैं।
राव के जाने से उच्च शिक्षा का प्रभार फिलहाल खनिज विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई को सौंपा गया है। प्रमोद अग्रवाल के जाने से तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विभाग का प्रभार आदिवासी विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी के पास है। गृह व जेल के साथ परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा की भी कुछ जिम्मेदारी घटाई जा सकती हैं। अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव के अवकाश पर जाने के बाद वन विभाग का जिम्मा भी सौंपना होगा। इन सब परिस्थितियों को लेकर प्रशासनिक सर्जरी जल्द हो सकती है। सूची पर लगभग अंतिम दौर की चर्चा हो चुकी है। इसी सप्ताह मुख्यमंत्री कमलनाथ सूची को मूर्त रूप दे सकते हैं।