इंदौर- इंदौर में 28 और 29 मार्च को होने वाले आईफा अवाॅर्ड फंक्शन में एक हजार फिल्मी सितारों के आने की संभावना है। कलाकारों के रुकने के लिए शहर की 6 होटलों में लगभग 1 हजार रूम्स बुक कराए गए हैं। विजक्राफ्ट की तरफ से होटल सायाजी, मेरियट, रेडिसन, एफोटेल, फेयरफील्ड और ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में कमरे बुक कराए गए हैं। होटल सयाजी और इफोटेल में 314 कमरे, मैरियट और फेयरफील्ड में 318 रूम्स, रेडिसन में 200 रूम और ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में 104 रूम बुक कराए गए हैं। सेलिब्रिटीज़ बीआरटीएस होते हुए कार्यक्रम स्थल डेली काॅलेज जाएंगी। इससे पहले विशेष विमान से आने वाली सेलिब्रिटी के विमान इंदौर एयरपोर्ट पर जगह कम होने पर विमानों को भोपाल और अहमदाबाद एअरपोर्ट पर पार्किंग की जाएगी।
अवार्ड पर सरकार 73 करोड़ खर्च करने जा रही हैं । अवार्ड कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश सरकार के पर्यटन विकास निगम और मुंबई की कंपनी विजक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मिलकर किया जा रहा है। इसके लिए पर्यटन विकास निगम और विजक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड के बीच राशि खर्च करने को लेकर अनुबंध भी हो गया है। 21 मार्च को इसकी शुरुआत राजधानी के मिंटो हॉल से होगी। इसमें स्थानीय कलाकारों के नृत्य होंगे।
आईफा अवार्ड समारोह आयोजन पर भाजपा के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने तंज कसा। उनका कहना है, "राज्य की धरती पर दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं, किसान कर्जमाफी के इंतजार में आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगार युवा हताशा और अवसाद का शिकार हो रहे हैं। कन्याएं अपनी गृहस्थी बसाने के लिए उपहार राशि का इंतजार कर रही हैं। संबल योजना के हितग्राही कफन सहायता, मृत्यु सहायता की आशा में रोज बैंकों से खाली हाथ लौट रहे हैं।"
भार्गव ने कहा कि शासन द्वारा कई योजनाओं को बंद किया1 जा रहा है, "खाली खजाने का हवाला देकर कमलनाथ सरकार गरीबों की योजनाओं को बंद कर रही है। वहीं दूसरी ओर आईफा अवार्ड के नाम पर सरकार अपनी वाहवाही में लगी हुई है। आइफा अवार्ड प्रदेश की जनता के पैसों से कमलनाथ सरकार के नाकारेपन, वादा-खिलाफी और दलित और आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचारों का जश्न है।"
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अतिथि विद्वानों को नौकरी से बाहर किया जा रहा है। तंज कसते हुए मध्यप्रदेश के भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि वाह री कमलनाथ सरकार, युवाओं में है हाहाकार और आपको है आइफा अवॉर्ड की दरकार? आप अपने शौक के लिए आईफा अवॉर्ड करवा रहे हैं वहीं युवा अतिथि विद्वान हड़ताल पर है और युवा नौकरी से बाहर किया जा रहा है।अब देखना यह हैं कि प्रदेश सरकार आईफा के माध्यम से प्रदेश में क्या गुल खिलाती है ।